Maharajganj

वन स्टाप सेंटर से गोरखपुर शेल्टर होम भेजे गए संजना व हनुमान


- नौतनवा क्षेत्र के बगहा रेलवे अंडरपास के समीप टीन शेड में अकेले रहते थे तीन मासूम बच्चे

- दो माह पहले रहस्यमय ढंग से तीन बच्चों को बेसहारा छोड़ लापता हो चुके हैं मां बाप

- तीनों बच्चों में सबसे छोटी तीन साल की बच्ची की हो चुकी है मौत

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:-  नौतनवा क्षेत्र के बगहा रेलवे अंडरपास के निकट टीन शेड में तीन साल की मासूम बच्ची की मौत के बाद उसके दो भाई-बहन को सीडब्ल्यूसी के आदेश के बाद जिला प्रोवेशन विभाग ने गुरूवार को वन स्टाप सेंटर महराजगंज से गोरखपुर के शेल्टर होम फार चिल्ड्रेन भेज दिया गया। शेल्टर होम पहुंचने के बाद बच्चे बेहद खुश नजर आ रहे थे। नौतनवा क्षेत्र के जोगियाबारी स्थित शमशान घाट के समीप एक मंदिर में मासूम बच्ची अपने माता पिता व कुल सात भाई बहनों के साथ रहती थी। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। एक भाई नौतनवा में कूड़ा बटोरने का काम करता है। दो भाई लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ कर कहीं चले गए। उसमें से एक भाई कन्नौज के चाइल्ड लाइन में रहता है। दो माह पहले मां तीन बच्चों को छोड़ कहीं चली गई। उसके बाद पिता भी रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। माता पिता के गायब होने के बाद तीन साल की बच्ची अपनी आठ साल की बड़ी बहन व पांच साल के भाई के साथ श्मशान घाट के मंदिर से एक किमी दूर बगहा रेलवे अंडरपास के पास खाली पड़े टीन शेड में रहने लगे। तीनों मासूम बच्चे दिन भर खेलते थे। सुबह शाम ग्रामीण बच्चों को भोजन दे जाया करते थे। एक सप्ताह पहले तीन साल की बच्ची बीमार हो गई। ग्रामीणों के इसकी जानकारी होने के बाद जिम्मेदारों को फोन किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसी बीच बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद हरकत में आई चाइल्ड लाइन की टीम दोनों बच्चों को वन स्टाप सेंटर महराजगंज लाई। इस मामले में लापरवाही पर संरक्षण अधिकारी जकी अहमद की सेवा समाप्त कर दिया गई। जिला प्रोबेशन अधिकारी शांत प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि सीडब्ल्यूसी के आदेश पर संजना व हनुमान को एशियन सहयोगी संस्थान शेल्टर होम फार चिल्ड्रेन गोरखपुर भेज दिया गया है।

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